j

ब्लॉग

हमारे जीवन के तीन वाल्व

अपनी किताब 'Surely You are Joking Mr Feynman' में भौतिक विज्ञानी, और नोबेल पुरस्कार विजेता, रिचर्ड फ़ाईनमेन, यह कहानी सुनाते हैं: जब वे लगभग 12 वर्ष के थे उन्होंने रेडियो ठीक करने शुरू किये. एक बार उन्हें एक ऐसा रेडियो ठीक करने को कहा गया जो ऑन होते ही कुछ मिनटों तक...

read more

तीन बुनियादी जीवन कौशल

अधिकतर व्यवसाय और रोज़गार तीन चीज़ों पर निर्भर करते हैं - बाहुबल, मस्तिष्क बल, या हाथ का हुनर. औद्योगिक क्रांति के बाद मशीनो ने मनुष्य के बाहुबल पर निर्भर रोजगार को प्रतिस्थापित करा और आज नैनो-मशीनें हाथ के हुनर वाले व्यवसायों को, और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस मनुष्य के...

read more

ब्लॉकचैन क्या है?

मोबाइल फ़ोन से आप अपने दोस्तों से सीधे बात कर सकते हैं. पर अगर इसी मोबाइल फ़ोन पर आपको ऑनलाइन कुछ खरीदना हो तो आपको एक बिचौलिये की ज़रुरत पड़ती है जो विक्रेता को गारंटी दे पाए की आपने पैसे दे दिए हैं. पर क्या ये मुमकिन है की एक क्रेता और विक्रेता आपस में सीधे समझौता...

read more

मनमौजी रोज़गार (भाग-2)

जो ऑनलाइन प्लेटफार्म के उदाहरण मैंने अबतक दिये हैं वो 'श्रम-निर्भर' (labour-dependent) उदाहरण हैं. आज 'पूँजी-निर्भर' (capital-dependent) ऑनलाइन मार्किट भी उभर रहीं हैं. अगर सौभाग्य-वश आपके पास एक मकान है, जिसमे एक कमरा खाली रहता है, या आपके पास सुन्दर गाँव में एक...

read more

मनमौजी रोज़गार (भाग-1)

आज नौकरी की परिभाषा और कार्य का स्वरूप बदल रहा है. एक नयी वैश्विक अर्थव्यवस्था उभर रही है जिसको नाम दिया जा रहा है 'गिग' इकॉनमी - फ्रीलान्स, प्रोजेक्ट आधारित काम करने की विधि. गिग इकॉनमी में आपकी सफलता निर्भर है आपकी विशिष्ठ निपुणता पर. यह हो सकती है आपकी असाधारण...

read more
चौथी औद्योगिक क्रान्ति और नौकरियों का बदलता स्वरूप (भाग-2)

चौथी औद्योगिक क्रान्ति और नौकरियों का बदलता स्वरूप (भाग-2)

जैसे चौथी औद्योगिक क्रांति वैश्विक अर्थव्यवस्था को एक नया आकार दे रही है, रोबोट और कृत्रिम बुद्धिमता वाली मशीनें नौकरियों को ख़त्म नहीं कर रहीं परन्तु रोज़गार का स्वरूप ज़रूर बदल रहीं हैं. आने वाले समय में कम-कौशल, कम-वेतन और उच्च-कौशल, उच्च-वेतन वाली नौकरियां तो...

read more