हम बात कर रहें हैं पृथ्वी में सजीव वस्तुओं के सृजन की और जो असाधारण परिवर्तन पृथ्वी पर इसके बाद हुए. सजीव होने की सबसे सरल परिभाषा है, एक जीव की प्रजनन और पर्यावरण से तालमेल बैठाने की क्षमता. पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीव, चाहे वो वनस्पति हो या प्राणी, इन सभी की रचना हुई है कोशिकाओं से, जो जीवन का मूलतः स्रोत हैं.
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