जीविका के लिए तैयार, जीवन के लिए तैयार

    पिछले दो वीडियो में हमने समझा की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में हमें तनाव तब होता है जब हमें लगता है कि जिन परिस्थितियों का सामना हम कर रहें हैं उनसे जूझने की क्षमता हम में नहीं है। फिर अगर हमारी स्वाभाविक सोच निराशाजनक होती है तो यह हमारा तनाव और बड़ा देती है।

    हम तनावपूर्ण परिस्थिति को तो बदल नहीं सकते मगर हम उस तनावपूर्ण परिस्थिति के बारे में कैसे सोचते हैं इस सुचिंतित सोच को, प्रशिक्षण के साथ, ज़रूर बदल सकते हैं। स्वचालित सोच के प्रशिक्षण में मूल बात है की हम नकारात्मक विचारों की कड़ी बनने से पहले अपना ध्यान कहीं और ले जाएँ। इस वीडियो में हम समझते हैं स्वचालित सोच के प्रशिक्षण के कुछ तरीके।